गीतार्थ संग्रह – 1
श्री: श्रीमते शठकोपाये नम: श्रीमते रामानुजाये नम: श्रीमदवरवरमुनये नम: पूर्ण श्रंखला श्लोक 1 (गीता शास्त्र का उद्देश्य) स्वधर्म ज्ञान वैराग्य साध्य भक्तयेका गोचर:| नारायण परब्रह्म् गीता शास्त्रे समीरित: || Listen शब्दार्थ (पुत्तूर कृष्णमाचार्य स्वामी द्वारा प्रदत्त तमिल अनुवाद पर आधारित) स्वधर्म ज्ञान वैराग्य साध्य भक्तयेका गोचर: – वह जिन्हें भक्ति, जो सांसारिक तत्वों के प्रति वैराग्य से प्राप्त होती है, ज्ञान योग (ज्ञान का मार्ग) और … Read more