१७.८ – आयु: सत्व बलारोग्य
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः अध्याय १७ << अध्याय १७ श्लोक ७ श्लोक आयुस्सत्व बलारोग्य सुखप्रीतिविवर्धना: |रस्या: स्निग्धा: स्थिरा हृद्या आहारास्सात्विकप्रिया: || पद पदार्थ आयु: सत्व बलारोग्य सुखप्रीतिविवर्धना: – जीवन, ज्ञान, शक्ति, स्वास्थ्य, सुख और आनंद का पोषणरस्या: – मिठास से भरेस्निग्धा:- चिकनापन से युक्त स्थिरा: – स्थायी भलाई की ओर … Read more