९.२६ – पत्रं पुष्पं फलं तोयम्
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः अध्याय ९ << अध्याय ९ श्लोक २५ श्लोक पत्रं पुष्पं फलं तोयं यो मे भक्त्या प्रयच्छति |तदहं भक्त्युपहृतमश्नामि प्रयतात्मन: || पद पदार्थ य: – वह जोपत्रं – पत्तापुष्पं – फूलफलं – फलतोयं – पानीमे – मुझेभक्त्या – प्रेम सेप्रयच्छति – समर्पण करता हैप्रयतात्मन: – उस पवित्र … Read more